सन्देश



                 विद्यालय की प्रधानाचार्य निुयुक्त होने पर मैं अत्यन्त ही गौरवान्वित हूॅं। मेरे द्वारा जनवरी, 2010 में विद्यालय में योगदान किया गया। किसी भी शिक्षण संस्थान को सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनाना एक चुनौती पूर्ण कार्य है। विगत एक दशक से मेरे साथ शिक्षकों एवं कर्मचारियों की निष्ठावान टीम ने मेहनती छात्रों के साथ मिलकर विद्यालय को नई उचाइयों पर ले जाने का अभूतपूर्व प्रयास किया है। मुझे यह व्यक्त करने में अत्यन्त ही गर्व महसूस हो रहा है कि हमारा विद्यालय शैक्षणिक और मानवीय   उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिए सभी पहलुओं में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। किसी राष्ट्र के भविष्य को आकार देने का प्राथमिक उतरदायित्व तीन लोगों पर है-माता, पिता एवं शिक्षक। आज एक स्कूल की भूमिका छात्रों के बीच शैक्षिक उत्कृष्टता को आगे के साथ साथ उनके विकास की रेखा पर शिक्षित करने के लिए भी है। आज प्रतिभाओं को नए आयामों तक पहुँचाने के लिए उनकी आवश्यकताओं को समझना आवश्यक है। विद्यालय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने पर गर्व करता है, खेल, ड्राइंग, सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे क्षेत्रों में सराहना का पात्र बनाता है। नैतिक रूप से ईमानदार और सामाजिक रूप से जिम्मेदार छात्राओं का पोषण करना हमारे विद्यालय का उद्देश्य है। विद्यालय में स्कूल की गतिविधियों को योजनाबद्ध तरीके से तैयार किया जाता है और सह-पाठ्यचर्या और पाठ्येतर गतिविधियों को समान महत्व दिया जाता है। सुचारू शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया के लिए एक आदर्श और सुरक्षित वातावरण छात्राओं को प्राप्त हो इसके लिये अथक प्रयास किये जा रहे हैं। इन उद्देश्यों की पूर्ति हेतु समाज का स्वस्थ सहयोग की आवश्यकता सदा रहती है। अपने सीमित संसाधनों के साथ विद्यालय अपना सर्वश्रैष्ठ परिणाम देने हेतु प्रयासरत है। आशा ही नहीं वरन पूर्ण विश्वास है कि हमारी छात्रायें अपने जीवन में सर्वश्रेष्ठ हासिल करेंगीं। सभ्य नागरिक बनेंगी। देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान देकर जीवन के पूर्णरुप से सही मानक प्रतिस्थापित  करेंगी।

(डा0 कंचन प्रभा शुक्ला)
प्रधानाचार्या